एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी, अस्पतालों में नर्सिंग सेवाएं प्रभावित
NHM workers' strike continues
चार दिनों की हड़ताल का सोमवार को आखरी दिन
अस्पतालों में नर्सिंग, एंबुलेंस, निकू, पीकू, कंप्यूटर ऑपरेटर, एनएचएम, एएनएम, सिविल सर्जन और कम्युनिटी हेल्थ सर्विस पर पड़ा व्यापक असर
अर्थ प्रकाश आदित्य शर्मा
पंचकूला। NHM workers' strike continues: हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं पर मानों संकट छा गया है। दो दिन पहले प्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल मरीजों के साथ साथ सरकार के लिए भारी मुसीबत साबित हुई वहीं अब प्रदेश के तमाम जिलों में नेशनल हेल्थ मिशन के तहत अस्पतालों में काम करने वाले करीब 18000 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर चार दिनों की हड़ताल पर चले गए हैं।
रविवार को हड़ताल के तीसरे दिन भी पंचकूला में एनएचएम के सेक्टर 2 और सेक्टर 6 सिविल अस्पताल में सैकड़ों कर्मी सरकार के फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच सूचना है कि सिविल अस्पताल सेक्टर 6 में तैनात नर्सिंग स्टाफ, सीएमओ ऑफिस एडमिनिस्ट्रेशन, एंबुलेंस, निकू, पीकू, एएनएम फील्ड स्टाफ, कम्युनिटी हेल्थ सर्विस स्टाफ के करीब 200 से ज्यादा कर्मी हड़ताल में शामिल होने से पूरे जिले में हर छोटे बड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अस्पताल में रेगुलर एनएचएम कर्मचारियों से काम तो लिया जा रहा है मगर मरीजों और कामकाज के चलते स्टाफ बेहद कम है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार और एनएचएम प्रबंधन पर भेदभाव करने का आरोप लगा रहे हैं।
एनएचएम डायरेक्टर ने सीएमओ को एक्शन लेने को कहा
अस्पतालों में एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद बिगड़े हालातो को देखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन के डायरेक्टर ने प्रदेश के सभी सीएमओ पत्र जारी कर किया है। ये पत्र हड़ताली कर्मचारियों पर एक्हशनन लेने के संबंध में है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारी के खिलाफ इस लेटर के जारी होने के बाद भी कर्मचारी का कहना है कि उनकी हड़ताल जारी रहेगी और मांगे पूरी होने तक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
हेल्थ मिशन के तहत प्रदेश में काम कर रहे करीब 18000 कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह तप हो चुकी है। उधर इन कर्मचारियों ने भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर उनकी मांगे पूरी करने के लिए आग्रह किया है। मांग पत्र में कर्मचारियों ने वेतन आयोग को लेकर मंजूर की गई कर्मचारियों की सभी शर्तों लागू करने की मांग की।